मंगलवार, 10 फ़रवरी 2015

ग्रामीणों ने चुनाव की फिजूलखर्ची रोकी

खुद ही चुनाव करा निर्विरोध चुना सरपंच


राजेश सिंह क्षत्री



छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह विकासखण्ड के बोरसी पंचायत में ग्रामीणों ने अनूठी पहल पर अपने सरपंच और पंचों का चुनाव घोषित तारीख से पहले ही करा लिया और चुनाव का संचालन खुद कर सरकार की फिजूलखर्ची रोक दी। यह अनोखी पहल कर कम पढ़े-लिखे लोगों ने चुनाव खर्च के नाम पर पैसे बहाने वाले तंत्र को आईना दिखाया है। 

8 जनवरी को नामांकन का आखिरी दिन था। 9 जनवरी को नामांकन वापसी की तारीख थी और 10 जनवरी को उम्मीदवारों को चुनाव चिन्हों का आवंटन कर दिया गया। पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज थी। पंच-सरपंच के लिए दावेदारों ने नामांकन जमा कर दिए थे इसी बीच गांव की सरकार चुनने की बात आई तो गांव में हवा की दिशा ही बदल गई तथा गांव के बुजुर्गो ने 7 जनवरी को आपसी सलाह मशवरा करके ग्राम के बैगा चैक में बैठक के लिए मुनादी करा दी। बैठक में सभी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जहां गांव के लोगों ने एक साहसिक कदम उठाते हुए मतदान से पहले ही गांव में मतदान कराने का निर्णय लेते हुए शपथपत्र तैयार किया और मतदाताओं ने हस्ताक्षर कर मतदान की तारीख नाम वापसी के ठीक एक दिन पहले 9 जनवरी तय की। 9 जनवरी को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ग्राम के ही स्कूल में मतदान कराया गया। जिसमें बोरसी के कुल 1013 मतदाताओं में से 855 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिसके बाद हुए मतगणना में श्रीमती चंपादेवी रोहित चंद्रा को 628 और श्रीमती शांति चंद्रा को 401 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार सभी 13 वार्ड पंच का परीणाम भी घोषित किया गया। इस तरह बोरसी ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने आपसी भाईचारा का अनूठा मिसाल पेश करते हुए तारीख से पहले ही सरपंच और पंचों का चुनाव कर लिया। सारी चुनाव प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ पूरी की गई, इसलिए किसी ने इस पर आपत्ति नहीं उठाई। जनपद पंचायत बम्हनीडीह के सीईओ एम.एल. महादेवा ने बताया कि बोरसी पंचायत में अब सरपंच और सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए गए तथा यहां चुनाव कराने की जरूरत नहीं रह गई क्योंकि उसके बाद जीतने वाले उम्मीद्वार ही चुनाव मैदान में शेष बचे तथा शेष उम्मीद्वारों ने अपने नाम वापस ले लिए। ऐसा करने से शासन को यहां पर पंच और सरपंच चुनाव कराने की जरूरत नहीं पड़ी वहीं प्रत्याशियों के चुनाव में होने वाले खर्च भी बच गए।

विकास के लिए समर्पित रहूंगी - श्रीमती चंद्रा

नवनिर्वाचित सरपंच श्रीमती चंपादेवी चन्द्रा ने पंचायत की मुस्कान से बातचीत करते हुए कहा कि जिस विश्वास के साथ यहां के जागरूक मतदाताओं और प्रबुद्ध नागरिकों ने एक अनूठी पहल करते हुए मतदान से पहले ही चुनाव कराया और मुझे विजयी बनाया इस पर मैं खरा उतरने का प्रयास करूंगी, साथ ही गांव के विकास के लिए सदैव सेवा भावना के साथ कार्य करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी।

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